खेतों में ये फूल लगाने से नीलगाय आसपास भी नहीं भटकेंगी. घोड़ा बेचकर किसान खुश हो जाएंगे।

खेतों में ये फूल लगाने से नीलगाय आसपास भी नहीं भटकेंगी. घोड़ा बेचकर किसान खुश हो जाएंगे। नीलगाय से छुटकारा पाने के लिए खेतों के किनारे कुछ पौधों को लगाने का तरीका इस लेख में बताया जाएगा।

नीलगायों से फसल की सुरक्षा: मेड़ों में इन फूलों को लगाकर किसान सो सकते हैं चैन की नींद

नीलगाय किसानों के लिए सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है। फसल के खेतों में नीलगायों का आना और उनकी मेहनत से उगाई गई फसलों को नुकसान पहुंचाना, किसानों के लिए बड़ा सिरदर्द बन जाता है। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए किसान कई उपाय करते हैं, लेकिन अधिकतर महंगे या अस्थायी साबित होते हैं।

हालांकि, एक सरल और प्रभावी तरीका यह है कि खेतों की मेड़ों पर ऐसे फूल लगाए जाएं, जिनकी गंध नीलगायों को पसंद नहीं होती। यह तरीका सस्ता, टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल है।

कौन-से फूल लगाएं?

कुछ विशेष प्रकार के फूलों की गंध नीलगायों को बिल्कुल पसंद नहीं होती, और वे इनसे दूर रहती हैं। इन फूलों को खेतों की मेड़ों पर लगाने से नीलगाय खेतों के आसपास भी नहीं भटकेंगी।

  1. गेंदा (Marigold)
    गेंदा का फूल अपनी तेज गंध के लिए जाना जाता है। इसकी गंध नीलगायों को दूर भगाने में मदद करती है।
  2. कैक्टस और कांटेदार पौधे
    खेत की मेड़ों पर कांटेदार पौधे लगाना भी नीलगायों को खेतों से दूर रखने का प्रभावी तरीका है।
  3. नीम और यूकेलिप्टस
    इन पौधों की गंध भी जानवरों को खेतों से दूर रखने में सहायक होती है।
  4. तुलसी और लेमनग्रास
    ये पौधे न केवल नीलगायों को दूर रखते हैं, बल्कि उनके औषधीय गुणों के कारण भी लाभकारी हैं।

फूल लगाने के फायदे

  1. प्राकृतिक और सस्ता उपाय
    फूल लगाने का तरीका बहुत ही किफायती है। इसमें किसी प्रकार के हानिकारक रसायनों या महंगे उपकरणों की जरूरत नहीं होती।
  2. खेत की सुंदरता बढ़ाएं
    फूलों की मौजूदगी से खेतों की मेड़ों की सुंदरता बढ़ जाती है।
  3. पर्यावरण के अनुकूल
    यह उपाय पर्यावरण के लिए पूरी तरह सुरक्षित और टिकाऊ है।
  4. मधुमक्खियों और परागण का बढ़ावा
    फूलों की मौजूदगी से मधुमक्खियों का आकर्षण बढ़ता है, जो परागण में मदद करती हैं और फसल उत्पादन को बढ़ावा देती हैं।

फूल लगाने का सही तरीका

  • सही दूरी पर लगाएं: फूलों को मेड़ों पर एक-दूसरे से उचित दूरी पर लगाएं, ताकि वे प्रभावी ढंग से नीलगायों को दूर रख सकें।
  • साल में दो बार रोपाई करें: गेंदा और अन्य मौसमी फूलों की रोपाई साल में दो बार करनी चाहिए, ताकि पूरे साल खेत सुरक्षित रहे।
  • समय-समय पर देखभाल करें: पौधों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए उन्हें समय-समय पर पानी और खाद दें।

चैन की नींद का उपाय

अगर किसान इस विधि को अपनाते हैं, तो उन्हें रात में खेतों की रखवाली के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मेड़ों पर लगाए गए फूल नीलगायों को खेत से दूर रखने का काम करेंगे, और किसान घोड़ा बेचकर चैन की नींद सो सकते हैं।

नीलगायों से फसल की सुरक्षा के लिए यह प्राकृतिक तरीका सस्ता और प्रभावी है। अगर किसान इसे अपनाते हैं, तो न केवल उनकी फसल सुरक्षित रहेगी, बल्कि उनकी मेहनत का फल भी उन्हें भरपूर मिलेगा। इसलिए, अब समय आ गया है कि किसान इस सरल उपाय को अपनाएं और नीलगायों की समस्या से हमेशा के लिए छुटकारा पाएं।

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